मध्य प्रदेश पंचायती राज एक ऐसा राज है जहां पर सरकार की ओर से मिलने वाली सर्व सुविधा आम जनता तक पहुंचती है और गांव का विकास होता है जिसमें मुख्य भूमिका होती है ग्राम प्रधान सरपंच की पर ग्रामीण क्षेत्र की ग्राम पंचायत में मैं विकास इसके विपरीत दिखाई देता है या यूं कहें कि भ्रष्टाचार इस कदर चरम सीमा पर हैं। कि धरातल पर कोई विकास नहीं दिखाई देता पर फाइलों में दिन पर दिन विकास 4 चांद लगा रहा है। अगर रामपुरा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतो में सही से जांच पड़ताल की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी सबके सामने होगा क्योंकि कुच्छेक पंचायतो में विकास नाम का कोई शब्द दिखाई नहीं दे रहा। सिर्फ दिखाई दे रहा है तो सरपंच सचिव सहसचिव उप यंत्री और पंचायत से संबंधित ठेकेदार मिल बैठकर कर रहे हैं बंदर बाट चाहे वह सड़क निर्माण हो आंगनवाड़ी भवन निर्माण हो शौचालय निर्माण हो या अन्य कहीं निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं और जनता को मिलने वाली सारी सुविधाओं का लुफ्त उठा रहे पंचायत में बैठे सरपंच सचिव रोजगार सहायक बहुत जल्द खुलासा करेंगे आपके बीच किस-किस पंचायत में किस तरह का विकास हुआ है। जनता को उनका हक कोसों दूर तक नहीं दिखाई दे रहा।कहीं खड्डे दिखाई दे रहे तो कहीं पिलर दिखाई दे रहे पर विकास नहीं दिखाई दे रहा आखिर विकास कहां गया।ग्रामीण जनता आज भी विकास की राह देख रही पिछले ढाई साल से विकास का ढोंग पीट रहे ग्रामीण क्षेत्र के पंचायत के मुखिया पर जनता को उनका पूरा हक नहीं मिल पा रहा चाहे ।तालाब निर्माण हो सड़क निर्माण हो या कोई अन्य निर्माण सभी में हो रहा भारी भ्रष्टाचार धरातल पर नहीं दिखाई दे रहा कोई विकास संबंधित अधिकारी ग्रामीण क्षेत्र की और अपना ध्यान केंद्रित करे। जिससे में सरकार की ओर से जनता को मिलने वाली सुविधा से वंचित न रह सके। क्योंकि कहीं शौचालय के नाम पर प्रधानमंत्री आवास के नाम पर या अन्य योजना से जनता को लाभ सही तरीके से नहीं मिल पा रहा संबंधित विभाग इस और अपना ध्यान केंद्रित करे।।
ब्यूरो रिपोर्ट,,, दशरथ माली चचोर