नीमच 25 अप्रेल 2025, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान आरंभ किया गया है। बाल विवाह मुक्त अभियान बाल विवाह समाप्त करने और देश भर में युवा लड़कियों के सशक्तिकरण हेतु सरकार के प्रयासों का प्रमाण है। प्रदेश में बाल विवाह के प्रकरणों में कमी आई है।
प्रदेश में प्रति वर्ष कुछ विशेष तिथियों में सामूहिक विवाह होते हैं। इन तिथियों में एक अक्षय तृतीया अथवा आखातीज भी है, जो इस वर्ष 30 अप्रैल 2025 को है। इस अवसर पर सामूहिक विवाह सम्पन्न होते हैं, जिसमें बाल विवाह होने की संभावना होती है। ग्रामीण अंचलों में इन अवसरों के अलावा भी बाल विवाह हो सकते हैं।
बाल विवाह की रोकथाम के लिए महिला एवं बाल विकास म.प्र.शासन द्वारा निर्देश जारी किए गये है, कि बाल विवाह रोकथाम के लिए विद्यार्थियों में जागरूकता सभी शासकीय कॉलेज, स्कूलों में अक्षय तृतीया के पूर्व बाल विवाह न होने पाये इस हेतु विद्यार्थियों को जागरूक बनाते हुये, सभी हेल्पलाईन का प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए है।
शपथ 28 अप्रैल को सभी ग्राम पंचायत के पंच, सरपंच, सचिव को बाल विवाह न होने देने की शपथ दिलाई जाएगी।
रैली 29 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पूर्व स्कूली बच्चों, आंगनबाड़ी के बच्चों की रैली निकाली जायेगी।
गाँवों में समूह में चर्चा- अक्षय तृतीया के पूर्व स्वसहायता समूह की दीदीयाँ गाँवों में समूह में चर्चा कर बाल विवाह रोकथाम हेतु प्रयास करेंगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा की मदद से 18 वर्ष से कम उम्र की अविवाहित किशोरियों की जानकारी एकत्रित कर सूची सभी जिला पुलिस अधीक्षकों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, पंच/सरपंच, सचिवों को सौंप कर सूची अनुसार इन परिवारों पर विशेष निगरानी रखी जायेगी और उन्हें बाल विवाह न करने के संबंध में समझाइश दी जाएगी। सभी पंच/सरपंच, सचिवों को सामूहिक विवाह आयोजनों में सजग रहने का अनुरोध किया गया हैं।
सभी तरह की हेल्पलाईन 181, 1098, 100 का प्रचार किया जाएगा। बाल विवाह मुक्त भारत
ब्यूरो रिपोर्ट रमेश गुर्जर