रावतभाटा : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की देखरेख में 29 अगस्त को रावतभाटा राजस्थान साइट पर व्यापक रेडियोलॉजिकल इमरजेंसी मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान 22 गांवों को शामिल किया जाएगा। रिएक्टर से सबसे नजदीकी थमलाव गांव से 50 लोगों को प्रतीकात्मक रूप से सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा। रामगंजमंडी में शेल्टर बनाया गया है।
मॉक ड्रिल में यह अभ्यास होगा कि 3 दिन से मध्य प्रदेश में भारी बारिश जारी है। गांधीसागर बांध टूटेगा, जिसके कारण रावतभाटा क्षेत्र में विनाशकारी बाढ़ आएगी, राजस्थान के परमाणु रिएक्टर डूब जाएंगे। सभी संरक्षा के प्रबंध फेल हो जाएंगे और रेडिएशन फैल जाएगा। यह सुनने में डरावना लगता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं, ये सब एक मॉक ड्रिल (आपदा प्रबंधन अभ्यास) का हिस्सा है। आमतौर पर आतंकवादी गतिविधियों की आपदा बात कर अभ्यास किया जाता है, लेकिन इस बार प्रकृति की आपदा बताकर अभ्यास किया जाएगा। मॉक ड्रिल से पहले गुरुवार को रावतभाटा स्थित न्यू कम्यूनिटी सेंटर में टेबल टॉक अभ्यास किया जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार पिछले 60 वर्षों में कोई खतरा नहीं हुआ है। यह अभ्यास सिर्फ सुरक्षा की तैयारी के लिए है। इन दिनों लोगों में जागरूकता फैलाने का काम चल रहा है। प्रचार सामग्री के जरिए लोगों को क्या करना है और क्या नहीं, इसकी जानकारी दी जा रही है। अभ्यास के बाद कमी और सुझावों की रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपी जाएगी।
गांधीसागर बांध टूटेगा तो क्या होगा, इस विषय पर होगा मार्क ड्रिल..!
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