जयपुर से कमलेश आमेटा की रिपोर्ट –
जयपुर 5 जून 2025, गुरुवार, राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद यूनियन सीटू द्वारा उद्योग भवन स्थित राजीविका कार्यालय पर जोरदारप्रदर्शन किया, सैकड़ो महिलाओं ने भाग लिया ! गुरुवार को जयपुर में राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद यूनियन सीटू द्वारा पूरे प्रदेश से आई हुई सैकड़ो सीआरपी महिलाओं द्वारा रैली निकालकर उद्योग भवन स्थित राजीविका कार्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने रैली निकालकर उद्योग भवन स्थित कार्यालय पर काफी जोरदार नारेबाजी की। राज्य सरकार द्वारा राजीविका में कार्य करने वाली हजारों महिलाओं को सीआरपी के पद पर जो कार्य कर रही थी उन्हें कार्य से हटा दिया है सैकड़ो महिलाओं को कम करने के बाद वेतन का भुगतान भी नहीं किया है। सीआरपी को स्थाई करने की मांग को लेकर आज यह प्रदर्शन यूनियन द्वारा किया गया। उद्योग भवन स्थित राजीविका कार्यालय में राजीविका की डायरेक्टर प्रीति श्रीमती प्रीति सिंह से प्रतिनिधि मंडल मिला। 11 सदस्य महिला प्रतिनिधिमंडल ने अपनी समस्याओं को उन्हें बताया और ज्ञापन दिया तथा सभी को वापस उसी वेतन में कार्य पर रखने की बात कही। उन्होंने आश्वासन दिया है कि मैंने महिलाओं की समस्याओं को समझ लिया है, आप सब मेरे घर की महिलाएं हैं मैं उच्च स्तर पर बात कर कर जल्द ही आपको कोई ना कोई काम के लिए सरकार को तैयार करूंगी। जल्दी आपकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। उद्योग भवन पर प्रदर्शन के बाद आम सभा हुई जिससे सीटू के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड भंवर सिंह शेखावत ने संबोधित करते हुए राज्य सरकार की महिला विरोधी नीतियों की आलोचना की, एक तरफ सरकार महिलाओं को लखपति दीदी बनाने के बाद का रही है दूसरी तरफ लखपति दीदी बनाने में कार्य करने वाली महिलाओं का रोजगार छिना जा रहा है। सरकार लगातार मजदूर वर्ग पर हमला कर रही है। सीआरपी में अनेक विधवा महिलाएं कार्य कर रही है जिनके रोजगार का यही साधन था वह उनसे छीन लिया गया है इससे ज्यादा बुरा कोई काम नहीं हो सकता है। सीटू महिलाओं के इस आंदोलन को पूरा समर्थन करती है, सरकार में जल्द महिलाओं की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आंदोलन को बड़ा किया जाएगा। आज की इस मीटिंग को सीटू की प्रदेश उपाध्यक्ष और कामकाजी महिलाओं की प्रदेश संयोजक कामरेड सुमित्रा चोपड़ा ने अपनी बात रखते हुए सरकार को चेताया कि वह जल्द सीआरपी महिलाओं को काम पर ले जो सन् 2011 से लगातार यह कार्य कर रही है, उन्हें कार्य से हटाया जाना घोर महिला विरोधी सरकार का काम है , जिसे महिलाओं द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार ने अगर शीघ्र सभी को स्थाई कर काम पर नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन प्रदेश में खड़ा किया जाएगा। यूनियन की अध्यक्ष जमुना देवी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारी लड़ाई जब तक जारी रहेगी जब तक सीआरपी को कार्य पर उसी वेतन पर वापस नहीं लिया जाता है। आज पूरे राज्य से हर जिले से महिलाओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। उद्योग भवन में हुई मीटिंग को सीटू के नेता कामरेड हरेंद्र सिंह, कामरेड विजय सिंह तंवर, रोडवेज नेता , किशन सिंह राठौड़, शाहिद अनेक महिला नेताओं ने आम सभा को संबोधित किया और संघर्ष को आगे और तेज करने का निर्णय लिया। सरकार ने शीघ्र इस पर निर्णय नहीं लिया तो फिर यह लड़ाई शुरू की जाएगी।