भ्रष्टाचार में पंचायतो के सरपंच सचिव सबसे आगे।। कैसे होगा गावों का विकास।,।जी हां हम बात कर रहे हैं रामपुरा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतो की। जहां जिला जनपद सीएमओ के एक गलत सिग्नेचर से सस्पेंड हो सकते हैं तो। पर यहां तो ग्राम पंचायतो के सरपंच सचिव इससे भी आगे हैं इन पर कार्रवाई क्यों नहीं। बात यही नहीं रुकती ग्राम पंचायतो में ना कोई विकास ना कोई तालाब और ना ही कोई शौचालय अभी तक सार्वजनिक हुए हैं सिर्फ ग्राम पंचायत में विकास फाइलों में ही दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं । सरपंच सचिव गब्बर होते जा रहे हैं।और धरातल पर कुछ नहीं दिखाई दे रहा जैसा कि ग्राम पंचायत में तालाब गहरीकरण के लिए अगर राशि आवंटित होती है तो वह राशि ग्राम पंचायत ने कहां खर्च करती है,,??। जो गहरीकरण के तालाब हैं वह तालाब तो आम जनता खुद के वाहन लगाकर और खुद की राशि खर्च कर मिट्टी अपने खेतों में ले जाकर गहरे कर दिए तो फिर ग्राम पंचायत में गहरीकरण के नाम पर जो राशि होती है वह कहां पर खर्च करती है। अगर गहरीकरण के नाम पर राशि आवंटित होती है तो।ग्राम पंचायतो में गहरीकरण तालाबों में ग्राम पंचायत का कोई रोल नहीं। गहरीकरण के नाम पर पंचायते पुरी की पूरी राशि हड़प रही है। सिर्फ सरकारी खजाने से गहरीकरण की राशि का लूट का कार्य जारी रहता है,, दूसरा जब पीएम आवास सभी ग्राम पंचायत में मिले हैं तो फिर राशि तो लगभग अंतिम चरण तक डाल दी गई है। पर कहीं-कहीं पंचायतो में आवास अभी नहीं दिखाई दे रहे आखिर क्यों,,??,,, तीसरा,, सभी ग्राम पंचायत में उपवन के तहत पौधारोपण किए गए थे क्या वह पौधे पंचायत में कहां तक जीवित हैं और क्या उनका पंचायत द्वारा पालन पोषण किया जा रहा है कहीं-कहीं ग्राम पंचायत में नाम मात्र के पौधे रह गए हैं और राशि हड़प ली गई,,,चौथा,,, जो पंचायत के अंतर्गत कंट्रक्शन चल रहे हैं । जैसे बिल्डिंग सीसी रोड क्या किसी इंजीनियर ने जाकर जांच पड़ताल की कि यहां पर किस तरह का बिल्डिंग मटेरियल उपयोग किया जा रहा है बहुत ही घटिया किस्म का बिल्डिंग मटेरियल देखने को मिल सकता है।इंजीनियर इसकी अनुमति देते हैं जहां घटिया किस्म की रेत सीमेंट गिट्टी और सरिया का उपयोग कर भविष्य आने वाली पीढ़ियों के साथ धोखा किया जा रहा है। या यूं कहे की सरपंच सचिव ठेकेदार और इंजीनियर की मिली भगत से इस तरह का भ्रष्टाचार ग्राम पंचायत में चरम सीमा पर देखे जा सकते हैं। आखिर इस तरह का भ्रष्टाचार कब जाकर रुकेगा जी हां सिर्फ रामपुरा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतो में इस तरह का लूट का खेल आम हो गया है। अगर सही से जांच पड़ताल की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। सभी ग्राम पंचायतो जहां विकास के नाम पर सिर्फ फाइलों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पर धरातल पर कोई विकास नहीं दिखाई दे रहा। बिल्डिंग के नाम पर कहीं पंचायत भवन आई है। तो कहीं आंगनबाड़ी भवन आए हैं तो कहीं प्रधानमंत्री आवास आए हैं पर सभी के सभी घटिया किस्म की बिल्डिंगों का काम किया जा रहा है। नाम मात्र का मटेरियल लगाकर अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिसमें भारी भरकम भ्रष्टाचार देखा जा सकता है।। इस तरह का भारी भरकम भ्रष्टाचार यूं ही नहीं होता। जहां सरपंच सचिव इंजीनियर और ठेकेदार मिलकर कर रहे हैं भारी भरकम भ्रष्टाचार जिसमें अहम भूमिका निभाता है रोजगार सहायक जो अपने काले चिट्टे के कोई सपूत नहीं छोड़ते पीछे,, आख़िर कब होगा ग्राम पंचायतो की ओर रुख और कब होगा ग्राम पंचायत के विकास का धरातल सत्यापन।। किस पंचायत में कितना विकास बहुत जल्द बताते हैं आपको।। अगली खबर पढ़ने के लिए जुड़े रहे स्टार हिंदी न्यूज़ चैनल के साथ दिखाते हैं आपको सच का आईना
ब्यूरो रिपोर्ट,,,, दशरथ माली चचोर

सम्पादक /उप संपादक
अज़ीमुल्ला खान/दशरथ माली
9179319989/7582066951